भगवान गौतम बुद्धा की प्रेरणादायक कहानी- New gautam buddha inspirational story in hindi
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नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है हमारे blog हिमाचल जोश मे जहां पर आपको मिलती है moal stories ,motivational stories ,inspirational stories in hindi मे और आज मई आपके लिए ले के आया हूँ गौतम बुद्धा की एक शानदार प्रेरणादायक कहानी जिससे आपका जिंदगी के प्रति नजरिया बदल जाएगा और अगर आपको यह कहानी अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share करे क्या पता आपके एक share से किसी की जिंदगी बदल जाए
gautambuddha story in hindiएक बार एक गाँव मे एक किसान बहुत दुखी होता है वह किसान जिंदगी से हार चुका होता है उसकी जिंदगी मे बहुत सारी समस्याए होती है लेकिन किसी ने खा कि तुम अपनी समस्याओ को एक बहुत बड़े माहात्मा को बताओ जिनका नाम गौतम श्री बुद्धा है और वह तुम्हारी सारी समस्याओं का हाल बताया देंगे ..
किसान lord बुद्ध के पास चला गया,गौतम बुद्ध ध्यान लगाए बैठे थे किसान ने उन्हे प्रणाम किया और किसान ने कहा कि हे महात्मा मेरी जिंदगी मे बहुत सारी कठियाईया है मैं एक किसान हूँ और मई खेती कर के अपना गुजारा करता हूँ पिछले साल मेरी फसल ज्यादा बारिश होने से खराब हो गई थी और इस साल कम वर्षा होने से मेरी फसल इतनी अछी नहीं हुई है और अभी भी मेरे पास खाने को पर्याप्त अनाज नहीं है
gautama buddha उसकी बात शांति पूर्वक सुनते रहे किसान ने खा कि मई विवाहित हूँ मेरी पत्नी मेरा ध्यान रखती है और मैं उसे प्रेम भी करता हूँ लेकिन कभी कभी वह मुझे पेशान करती है तो मै उससे अक जाता हूँ मेरे 2 बच्चे हैं जो कि बहुत प्यारे हैं लेकिन कभी कभी वह मेरी अवज्ञा कर देते हैं तो मुझे लगता है कि इससे अच्छा ये होते ही नही ..
किसान ऐसी ही अपनी हर मुश्किल की बातें गोतम बुद्ध से करता गया बुद्ध ध्यान पूर्वक उसकी समस्याए सुनते गए और वह किसान बताता गया, आखिर बताते बताते उस किसान के पास सभी समस्याएं खत्म हो गई, आपना मन हल्का करने के बाद वह चुप हो गया और प्रतीक्षा करने लगा कि बुद्ध उसकी समस्याओं का हाल बताएंगे लेकिन बुद्ध कुछ न बोले ..
उसने गौतम बुद्ध से कहा कि आप तो सभी के दुखों का अंत करते हैं तो आप मेरी समस्याओं का हल भी कीजिए , महात्मा बुद्धा ने कहा कि मैं तुम्हारी किसी समस्याओं का हल नहीं कर सकता किसान अचंभित हो गया और कहने लगा कि आप तो सभी के दुखों का अंत करते हो लेकिन मेरे दुखों का क्यों नहीं ?
बुद्ध ने कहा कि यह परेशानियाँ तो हर एक के जीवन मे आती है और जाती हैं कभी मनुष्य दुखी होता है तो कभी खुश कभी उसे अपने पराए लगते हैं तो कभी पराए अपने यह जीवन चक्र है ईन सभी से कोई नहीं निकल सकता यह कठिनाईयां तो रहेगी ही जब तक जीवन है , मेरा तुम्हारा और हर एक व्यक्ति का जीवन समस्याओं से भरा हुआ है सभी के जीवन मे कोई ना कोई कठिनाई है तुम इन समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते और न ही मैं भी..
जीवन का कोई भरोसा नहीं एक दिन तुम्हें तुम्हारे अपने छोड़ जायेंगे और एक दिन तुम अपनों को जीवन का कोई भरोसा नहीं है और समस्याएं सदैव वैसे ही बनी रहेंगी ये 100 साल पहले भी वैसी थी और आने वाले युगों मे भी वैसी कि वैसी ही रहेंगी इनका कोई हल नहीं
अब किसान क्रोधित हो गया और कहे लगा कि सब कहते हैं कि आप बहुत महान हो आपके पास हर समस्याओं का हाल है लेकिन आपने तो मेरी एक भी समस्या का हाल नहीं किया और आपसेभले तो वह साधु है जिसने मेरे घर मे दान दक्षिणा लेकर यज्ञ करवाया और इससे मेरे मन को शांति मिली लेकिन आपने तो मेरी किसी भी समस्या का हाल नहीं निकाला ,तो इसपर बमियाँ बुद्ध कहते हैं कि तुम्हें शांति तो मिली लेकिन तुम्हारी कठिनाईयां कम तो नहीं हुई जबकि सत्य तो है की जीवन मे समस्याएं कभी खत्म नहीं होंगी ..
किसान ने कहा तो क्या मैं मान लूँ कि आप मेरी समस्याओं का हल नहीं कर सकते ?यदि आप इतनी छोटी छोटी बातों का हाल नहीं निकाल सकते तो आपकी शिक्षाएं किस काम की , god buddha ने कहा मैं तुम्हारी इं समस्याओं का हल तो नहीं कर सकता लेकिन हाँ एक समस्या का हाल जरूर कर सकता हूँ किसान से अचंभित होकर कहा वह कौन सी समस्या है ?
महात्मा बुद्ध ने कहा कि वह यह है कि तुम नहीं चाहते कि तुम्हारे जीवन मे कोई समस्या हो इसी समस्याओं के कारण सारी समस्याओं का जन्म हुआ है तुम सोचते हो कि तुम इस दुनिया सबसे दुखी हो और तुम्हारी समस्याएं सबसे बड़ी हैं लेकिन अपने आस पास देखो सभी के जीवन मे समस्याएं हैं और तुम्हें लगता है तुम्हारी मुश्किलए सबसे ज्यादा है वैसे ही उन्हे भी लगता है कि उनकी मुश्किलए सबसे ज्यादा है ..
इस दुनिया मे कोई दुख छोटा या बड़ा नहीं होता लेकिन वह दुख अगर किसी के साथ घट रहा है तो वह उसके लिए बड़ा ही है , हम किसी दूसरे के बारे मे विचार नहीं करते लेकिन हाँ अगर कोई हमारा सगा हो तो उसके बारे मे हम थोड़ा बहुत सोच सकते हैं लेकिन अगर बात हम पर आ जाए तो हम विचलित हो उठते हैं और दूसरों पर आए तो हम उपदेश देने लग जाते हैं कि तुम ऐसा करो तुम वैसा करो ..
लेकिन जब यही बाते हमारी जीवन मे घटती हैं तो हमे ये सब बातें याद नहीं आती हम सिर्फ अपने दुख से दुखी होते रहते हैं तो यही है वो तुम्हारी समस्या कि तुम चाहते हो कि तुम्हारे जीवन मे कोई समस्या ना हो और यही उन बाकी समस्याओं कि जड़ है लेकिन अगर तुम ध्यान पूर्वक देखोगे कि जीवन दुख सुख और कई प्रकार की समस्याओं से भरा हुआ है और तुम इसे बदल नहीं सकते तो तुम परेशानियों को समझ जाओगे और उन परेशानियों से बाहर इक्ल आओगे
आशा करता हूँ की आपको gautam बुद्धा की यह hindi inspirational story पसंद आई होगी
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